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बंधन टूटे ना' सीरियल मेरे लिए मील का पत्थर साबित हुआ- उदय श्रीवास्तव


सिहेक्ट मीडिया से समरजीत सिंह की खास खबर--

पटना, बिहार निवासी उदय श्रीवास्तव आज भोजपुरी फिल्मों के एक चर्चित व प्रतिभाशाली अभिनेता हैं। उन्होंने फिल्मों में अभिनय की शुरुआत रिचर्ड एटनबरो की प्रसिद्ध फिल्म 'गांधी' से की थी। तत्पश्चात उन्होंने कई सफल हिंदी और भोजपुरी फिल्मों में भी अभिनय किया। उन्होंने कई चर्चित टीवी सीरियलों में भी अपने अभिनय का जलवा बिखेरा। इसी क्रम में उनका एक नया टीवी सीरियल 'बंधन टूटे ना' इन दिनों 'जी गंगा' पर प्रसारित हो रहा है, जो दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय है। पेश है, इसी सीरियल को लेकर उदय श्रीवास्तव से बातचीत के खास अंश:-

"उदय जी, इन दिनों 'जी' गंगा  टीवी पर प्रसारित, आपके द्वारा अभिनीत सीरियल 'बंधन टूटे ना' काफी चर्चित हो रहा है। इसके बारे में कुछ बताइए....?" 

"जी अवश्य,,,,! देखिये, आपको बता दूं कि जी गंगा को पूर्व में बिग गंगा के नाम से जाना जाता था। खैर, सीरियल 'बंधन टूटे ना' इन दिनों जी गंगा पर प्रत्येक सोमवार से शुक्रवार रात्रि 8:30 बजे से 9 बजे तक प्रसारित होता है। इसके निर्माता प्रवीण झा तथा उपासना झा, प्रोडक्शन हेड प्रवीण सिंह राजपूत, उमेश सिंह और दिनेश जी तथा निर्देशक आनंद कुमार एवं विजय के सैनी हैं। दर्शक इस सीरियल को काफी पसंद कर रहे हैं। सच पूछिए तो 'बंधन टूटे ना' मेरे लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। इसमें मेरा मुख्य किरदार है, जिसका नाम बाबूजी उर्फ विंध्याचल सिंह है। पूरी कहानी मेरे इर्द-गिर्द ही घूमती है। इसमें मेरे अलावा अन्य कलाकार हैं- शिवम तिवारी, फलक खान, सीमा पांडेय, रण विजय, जितेंद्र झा, सुषमा मिश्रा व कल्पना श्रीवास्तव आदि हैं। इसके ईपी अवधेश सिंह हैं।"

"इस सीरियल का मुख्य विषय क्या है?"

"दरअसल इसमें जो मेरा किरदार है विंध्याचल सिंह उर्फ बाबू जी, उसे पहले बहुत दब्बू किस्म का दिखाया गया है। लेकिन फिर घटनाक्रमों के चलते मेरा यह कैरेक्टर एकदम पावरफुल हो जाता है। सीरियल में मेरी पहली पत्नी की मृत्यु के बाद मेरी शादी, मेरी पत्नी के पहले बेटे के कहने पर नीला देवी से हो जाती है। क्योंकि बेटा उसे मां की भांति स्नेह करता है, उसी ने पत्नी की मृत्यु के बाद बेटे को पाला है। फिर मेरे बेटे की शादी गुंजन कपूर से होती है, लेकिन साज़िशवस उसकी भी मृत्यु हो जाती है। इधर मेरी दूसरी पत्नी नीला देवी और बेटी की शादी श्वेता (पायस पंडित) से करवाना चाहती है। दरअसल इन लोगों की नियति मेरी जायदाद हड़पने की है। बाबूजी बेटे की शादी फलक खान यानी चंदा से करवाने की खिलाफ हैं। तब बाबूजी इस शादी को टालने के लिए फांसी लगा लेता है, लेकिन गांव वाले बाबू जी को बचा लेते हैं। फिर कहानी बहुत दिलचस्प व मनोरंजक तरीके से आगे बढ़ती है। यह बहुत ही अच्छा व पारिवारिक विषय वाला टीवी सीरियल है।" 

"कुछ और बताइए, अपने बारे में?" 

"आजकल सीरियल करते हुए मुझे फिल्मों के बहुत ऑफर्स आ रहे हैं। मेरे पूर्व चर्चित सीरियल हैं- शिव महापुराण (नंदी), मीठा जहर, महाभारत आदि। वैसे मेरी 6-7 फिल्में भी हैं और यह जल्द प्रदर्शित होंगी। ये फिल्में हैं- जेकर नाथ भोले नाथ, ऊ अनाथ कैसे होई, जान से प्यारा परिवार हमारा आदि। पिछले दिनों मेरी एक फिल्म 'छैला संधू' भी रिलीज हुई, जिसे अच्छा रिस्पांस मिला। बस,,,! ऊपर वाले की कृपा है कि, दर्शकों को मेरा काम पसंद आ रहा है।" 

☆☆☆☆☆

               समरजीत (पी आर ओ)

        मो. 9323296795

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