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पुलिस प्रशासन के सांठ-गांठ में फल-फूल रहे हैं नशीले पदार्थों के धंधेबाज-भाजपा नेता।






सिहेक्ट मीडिया सहार भोजपुर - सहार ( भोजपुर ) । भाजपा के प्रांतीय नेता व पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में नशाखोरी से बर्बाद होते नौजवानों को बचाने के लिएजिस तरह सड़क पर उतर कर बरूही गांव के नौजवानों ने आन्दोलन का रास्ता अख्तियार किया है जो वह बहुत ही सराहनीय कदम है , जिस पर पुलिस प्रशासन को सकारात्मक और सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है । उन्होंने कहा कि समाज में नशा खुशहाली का नाश करता है, क्योंकि तबाही का दूसरा नाम नशा ही है । भाजपा नेता ने कहा कि वर्ष 1985 में ही केन्द्र सरकार ने "द नारकोटिक्स ड्रग्स एण्ड साईकोट्रोपिक्स सब्सटेंस एक्ट" पारित किया था लेकिन आज 36 साल बीत जाने के बाद भी नशाखोरी के खिलाफ नौजवानों को रोजगार की तलाश छोड़कर सड़कों पर आन्दोलन के लिए उतरना पड रहा है जो सरकार के लिए शर्म की बात है ।


भाजपा नेता ने कहा कि वर्ष 1985 में ही केन्द्र सरकार ने "द नारकोटिक्स ड्रग्स एण्ड साईकोट्रोपिक्स सब्सटेंस एक्ट" पारित किया था लेकिन आज 36 साल बीत जाने के बाद भी नशाखोरी के खिलाफ नौजवानों को रोजगार की तलाश छोड़कर सड़कों पर आन्दोलन के लिए उतरना पड रहा है जो सरकार के लिए शर्म की बात है ।



भाजपा नेता ने अपने चिंतनीय लहजे में पुलिस प्रशासन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पुलिसिया सूत्र हैकि आवाम बर्बाद हो जाए तो हो जाए , पर अपनी जेब भरी रहे । इन नेताओं का इस मामले में स्पष्ट मानना है कि नशीले पदार्थों के धंधेबाज पुलिस प्रशासन के चहेते हैं,तो कैसे पकड़े जायेंगे ऐसे धंधेबाज। उन्होंने पुलिस प्रशासन को सचेत करते हुए कहा कि अब नशाखोरी के खिलाफ बरूही के नौजवानों ने जो आंदोलन की आगाज़ कर दी है वह निकट भविष्य में बिस्फोटक रूप भी ले सकती है जिसपर पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन को गंभीरता से नशाखोरी के खिलाफ कारगर क़दम उठानी चाहिए नहीं तो पुलिस प्रशासन की विश्वसनीयता व कार्यशैली पर सवाल उठना लाजिमी हो जाए गा । सिहेक्ट मीडिया सहार भोजपुर से विंकटेश शर्मा की खास खबर

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