हॉकी के प्रख्यात खिलाड़ी पद्मश्री कुंवर दिग्विजय सिंह उर्फ के.डी सिंह बाबू की जयंती मनाई गई।
top of page

हॉकी के प्रख्यात खिलाड़ी पद्मश्री कुंवर दिग्विजय सिंह उर्फ के.डी सिंह बाबू की जयंती मनाई गई।


सिहेक्ट मीडिया बाराबंकी से पटेश्वरी रिज़वान रज़ा की खास खबर-

सिहेक्ट मीडिया बाराबंकी -हॉकी के प्रख्यात खिलाड़ी पद्मश्री कुंवर दिग्विजय सिंह उर्फ के.डी प्रेस विज्ञप्ति

बाराबंकी। हॉकी के प्रख्यात खिलाड़ी पद्मश्री कुंवर दिग्विजय सिंह उर्फ के.डी सिंह बाबू की शताब्दी जयंती सादगी से मनाई गई। इस जन्मशती के मौके पर नगर के सिविल लाइन स्थित उनके आवास पर प्रसंशकों ने केक काटकर उनकी जयंती मनाई। इससे पहले के.डी सिंह बाबू के बड़े बेटे और छोटे बेटे धीरेंद्र सिंह (कमांडर) व वीवी सिंह 'ज्ञानू' ने देवा रोड स्थित पुलिस लाइन चौराहा पर स्थापित के.डी सिंह बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।


विदित हो कि किसी भी खिलाड़ी की महानता को नापने का सबसे बड़ा पैमाना उसके साथ जुड़ी किंवदंतियाँ है। भारत में हॉकी के स्वर्णिम युग के साक्षी के.डी सिंह बाबू का नाम उन लोगों में शुमार है जिन्होंने अपना नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज किया। उन्होंने अपने खेल से भारत को ओलंपिक खेलों की हॉकी स्पर्धा में स्वर्णिम सफलता दिलाने के साथ ही परंपरागत एशियाई हॉकी का दबदबा कायम किया। 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान के.डी सिंह बाबू मेजर ध्यानचंद के बाद देश के सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ी हुए। हालाँकि उन्होंने 1936 में अपना कैरियर शुरू किया और खेल जगत में एक बड़ी छाप भी छोड़ी। उनका जन्म 2 फरवरी 1922 को बाराबंकी में प्रसिद्ध वकील और टेनिस खिलाड़ी राय बहादुर रघुनाथ सिंह के यहाँ हुआ था। उन्होंने साल 1948 एवं 1949 में ओलंपिक स्वर्ण पदक और 1952 में हेल्म्स ट्रॉफी जीता।


हॉकी खिलाड़ी के.डी सिंह बाबू की जन्मशती के दौरान उनके चित्र पर प्रशंसकों ने माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप, बसपा नेता डॉ विवेक सिंह वर्मा, के.डी सिंह बाबू के बड़े बेटे धीरेंद्र सिंह (कमांडर), छोटे बेटे वीवी सिंह 'ज्ञानू', भतीजे आनंद सिंह नंदू, कौशलेंद्र सिंह, डी.आर सिंह, वी.एम दिवेदी, संजय तिवारी, एम.एल शाह, धर्मेंद्र सिंह, सुधांशु रस्तोगी, राजेश कपूर, मुकुल शाह, राजनाथ शर्मा, सलाहउद्दीन किदवई, अजय सिंह गुरु, विनय कुमार सिंह, कपिल देव कुशुमेश, पत्रकार हशमत उल्लाह, तारिक खान, उमेर किदवई, अनुपम सिंह राठौर, विनय कुमार सिंह, पाटेश्वरी प्रसाद, विनय प्रताप सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।

(पाटेश्वरी प्रसाद) बाबू की शताब्दी जयंती सादगी से मनाई गई। इस जन्मशती के मौके पर नगर के सिविल लाइन स्थित उनके आवास पर प्रसंशकों ने केक काटकर उनकी जयंती मनाई। इससे पहले के.डी सिंह बाबू के बड़े बेटे और छोटे बेटे धीरेंद्र सिंह (कमांडर) व वीवी सिंह 'ज्ञानू' ने देवा रोड स्थित पुलिस लाइन चौराहा पर स्थापित के.डी सिंह बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।


विदित हो कि किसी भी खिलाड़ी की महानता को नापने का सबसे बड़ा पैमाना उसके साथ जुड़ी किंवदंतियाँ है। भारत में हॉकी के स्वर्णिम युग के साक्षी के.डी सिंह बाबू का नाम उन लोगों में शुमार है जिन्होंने अपना नाम इतिहास के पन्नों पर दर्ज किया। उन्होंने अपने खेल से भारत को ओलंपिक खेलों की हॉकी स्पर्धा में स्वर्णिम सफलता दिलाने के साथ ही परंपरागत एशियाई हॉकी का दबदबा कायम किया। 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान के.डी सिंह बाबू मेजर ध्यानचंद के बाद देश के सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ी हुए। हालाँकि उन्होंने 1936 में अपना कैरियर शुरू किया और खेल जगत में एक बड़ी छाप भी छोड़ी। उनका जन्म 2 फरवरी 1922 को बाराबंकी में प्रसिद्ध वकील और टेनिस खिलाड़ी राय बहादुर रघुनाथ सिंह के यहाँ हुआ था। उन्होंने साल 1948 एवं 1949 में ओलंपिक स्वर्ण पदक और 1952 में हेल्म्स ट्रॉफी जीता।

हॉकी खिलाड़ी के.डी सिंह बाबू की जन्मशती के दौरान उनके चित्र पर प्रशंसकों ने माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व मंत्री अरविंद कुमार सिंह गोप, बसपा नेता डॉ विवेक सिंह वर्मा, के.डी सिंह बाबू के बड़े बेटे धीरेंद्र सिंह (कमांडर), छोटे बेटे वीवी सिंह 'ज्ञानू', भतीजे आनंद सिंह नंदू, कौशलेंद्र सिंह, डी.आर सिंह, वी.एम दिवेदी, संजय तिवारी, एम.एल शाह, धर्मेंद्र सिंह, सुधांशु रस्तोगी, राजेश कपूर, मुकुल शाह, राजनाथ शर्मा, सलाहउद्दीन किदवई, अजय सिंह गुरु, विनय कुमार सिंह, कपिल देव कुशुमेश, पत्रकार हशमत उल्लाह, तारिक खान, उमेर किदवई, अनुपम सिंह राठौर, विनय कुमार सिंह, पाटेश्वरी प्रसाद, विनय प्रताप सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे।


जारी कर्ता

(पाटेश्वरी प्रसाद)

bottom of page