स्पार्च की सांस्कृतिक शाखा” के सहयोग से 3 दिवसिए “6th स्पार्च थियेटर महोत्सव”।

सिने आजकल मुम्बई-
सोशियो पनोरमा फॉर एक्शन रिसर्च एंड कम्युनिकेशन ह्यूमेन-( स्पार्च ), संस्कृति मंत्रालय (भारत सरकार) और सिंधु नाट्य रंग “स्पार्च की सांस्कृतिक शाखा” के सहयोग से 3 दिवसिए “6th स्पार्च थियेटर महोत्सव”18, 19 और 20 जनवरी को प्रबोधंकर ठाकरे नाट्य मंदिर बोरीवली (पश्चिम) मुंबई, महाराष्ट्र में पेश करने जा रहा है | स्पार्च, 18 जनवरी को “6th स्पार्च थियेटर महोत्सव” के साथ-साथ अपने नये अभियान “प्लेज इंडिया फॉर थिएटर (थिएटर टीचेस अस वे ऑफ़ लिविंग) जिनके ब्रांड एंबेसडर पदम श्री डी. पी. सिन्हा सर है, का उद्घाटन माननीय श्री गोपाल शेट्टी जी (एम.पी) के शुभ हाथों से करवा रहा है | खुशबू गुप्ता प्रेसिडेंट ऑफ स्पार्च कहती है, इन 3 दिनों के महोत्सव में बहुत सारे जाने-माने लेखको और निर्देशको के नाटक मंच पर प्रस्तुत होंगे|
18 जनवरी को दुश्मन “हिंदी हास्य नाटक” पदम श्री डी.पी. सिन्हा सर जिसके लेखक है “स्पार्च थिएटर रिपर्टरी” द्वारा रिशु गुप्ता के निर्देशन में मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा | जिसके मुख्य कलाकार खुशबू गुप्ता, कुलदीप वशिष्ठ, तृप्ति ठाकर, असलम खान, रिशु गुप्ता, शिवाय, चांदनी डुगल, निमेष, रिमा और अन्य कलाकार है | 19 जनवरी को हिंदी नाटक “खुला आसमान”,“सलाम बॉम्बे फाउंडेशन एकेडमी ऑफ आर्ट” द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा जिसका लेखन और निर्देशन सचिन जाधव ने किया है | इसी दिन दूसरा नाटक “टाकीत टाकीत था” कत्थक नृत्य पर आधारित एक म्यूजिकल ड्रामा है जो “मेकिंग आर्ट” द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है जिसका लेखन और निर्देशन मुकेश जाधव जी ने किया है और कोरियोग्राफी मेधा दिवेकर, उर्वशी थोसार ने की है | 20 जनवरी को डॉक्टर शंकर शेष द्वारा लिखित नाटक “आधी रात के बाद” रिशु गुप्ता के निर्देशन में “स्पार्च थिएटर रिपर्टरी” द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा | इसी दिन दूसरा नाटक लेखक आफताब हसनैन का “आफताब मुकेश” जो एक सोशल सैटायर है “इंटरनेशनल ग्रीनपीस ग्रुप” के द्वारा नलिनी नामजोशी के निर्देशन में प्रस्तुत किया जाएगा | महोत्सव का समापन समारोह श्रीमती गीता जैन जी (एमएलए मीरा-भाईंदर) के द्वारा होगा | महोत्सव में शिवा शेट्टी जी (पूर्व नगर-सेवक गोराई) का बहुत सहयोग रहा है | महोत्सव मैं एंट्री पास से है ।पास के लिये फोन न 9029318316 पर सम्पार्क करे |
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खुशबू गुप्ता प्रेसिडेंट ऑफ स्पार्च कहती है, “प्लेज इंडिया फॉर थिएटर (थिएटर टीचेस अस वे ऑफ़ लिविंग)” जिनके ब्रांड एंबेसडर पदम श्री डी.पी. सिन्हा सर है | इस अभियान का उद्देश्य हमारी धरोहर “थिएटर नाटक एवं ड्रामा” के प्रति जागरूकता फैलाना है |भारत अपनी कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है |आजकल सोशल मीडिया यूट्यूब और ओटीटी की वजह से लोगों का थिएटर परफॉर्मिंग आर्ट्स के प्रति रुझान बहुत कम हो गया है | 80% युवा आज के समय में मानसिक, इमोशनल, साइकोलॉजिकल इश्यूज, सुसाइडल टेंडेंसी के शिकार हो रहे हैं | यह सब हो रहा है क्योंकि उनकी जिंदगी में परफॉर्मिंग आर्ट्स के लिए जगह नहीं है, स्पार्च मानता है की थिएटर और ड्रामा सभी कलाओं का मिश्रण है | थिएटर सिर्फ एक्टिंग नहीं सिखाता बल्कि जीने का तरीका सिखाता है |साइंटिफिकली भी ऐसे तथ्य हैं जो कहते हैं कि जब हम कोई भी ऐसा कार्य करते हैं जिसमें नृत्य, विजुअलाइजेशन, क्रिएटिविटी, इंप्रोवाइजेशन,लर्निंग आदि होती है | उससे हमारे इन एक्टिव न्यूरॉन्स एक्टिवेट हो जाते हैं जिससे तनाव कम होता है दिमाग से डोपामाइन हार्मोन रिलीज होता है जो खुशी और रिलैक्सेशन देता है | ओटीटी सोशल मीडिया के जमाने में ऐसा अभियान बहुत ज्यादा जरूरी है |
सी मीडिया मुम्बई से रिज़वान रज़ा की खास खबर